भोपाल: शहर और गांव के लोगों की कोरोना के साथ भूख से लड़ने मे भी दिव्यजीवन संस्था ने की मदद, भुख से परेशान गांव में दिव्यजीवन एवं गूंज संस्था ने पहुंचाया महीने भर का राशन

भोपाल– दिव्यजीवन एवं गूंज संस्था द्वारा मिशन राहत के तहत भोपाल के पास स्थित गांव गिट्टी फोड़ा को राशन के लिए गोद लिया गया। यहां पर परिवारों को 1 महीने से ज्यादा का राशन उपलब्ध कराया गया है। दिव्यजीवन संस्था की संस्थापक डॉ दिव्या भरतरे ने बताया कि गांव में लगभग सभी लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं तथा इनके पास लंबे समय से आय का भी कोई साधन नहीं है। ऐसे में जब संस्था को इस बारे में जानकारी मिली तो संस्था की टीम गांव में लोगों की मदद के लिए पहुंच गई। सोशल डिस्टेंस का ध्यान में रखते हुए लोगों को राशन उपलब्ध कराया गया। संस्था द्वारा मिशन राहत के तहत भोपाल के किन्नर समुदाय, एचआईवी से पीड़ित मरीज व दिव्यांग लोगों को भी संस्था द्वारा राशन किट पहुंचाए गए हैं।


इस दौरान राशन वितरण में दिव्यजीवन संस्था की संस्थापक डॉ दिव्या भरतरे संस्था के सदस्य नीली जैन, अमन, सूरज, डॉ. निशा, डॉ रुपाली, हर्षिता, अंजलि, पारुल, नीरज अग्रवाल, तमन्ना बथारे, सोनू, मोहित विश्वकर्मा, विक्रम सूर्यवंशी, सीमा भरतरे, कविता गुजरे, अमित तिवारी, सृष्टि सिंह ,तनुजा, तरुण, डॉ ऐनम एव डॉ नोमान उपस्थित थे।

कोरोना काल में इस तरह की मदद

डॉ. संस्कार सोनी ने बताया कि दिव्यजीवन संस्था द्वारा भोपाल में निशुल्क भोजन वितरित करने वाले लोगों को पीपीई किट उपलब्ध कराए गए। इसी के साथ ऐसे व्यक्ति जो कोरोना से पीड़ित थे किंतु आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से पल्स ऑक्सीमीटर, नेबुलाइजर मशीन, थर्मामीटर आदि खरीद पाने में असमर्थ थे उनको भी यह सब निशुल्क किराए पर उपलब्ध कराए गए।


हॉस्पिटल में बेड की उपलब्धता के लिए संस्था ने टोल फ्री नंबर भी चलाया था जिस पर कोई भी व्यक्ति किसी भी समय फोन करके हॉस्पिटल में उपलब्ध खाली बेड की जानकारी आसानी से ले सकता था। संस्था के सदस्य दिन रात ऐसे मरीजों की मदद कर रहे थे जिनको आसानी से हॉस्पिटल में बेड नहीं मिल रहे थे।


दिव्यजीवन संस्था ने सेव लाइफ नाम से अभियान भी शुरू किया है जिसमें इससे व्यक्ति जो पूर्ण से पीड़ित हैं इनके पास कई सारी दवाइयां बच गई है उनसे संस्था यह दवाइयां इकट्ठी करके जरूरतमंद लोगों तक पहुंचती है।

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