सुरेन्द्र सिंह ठाकुर 9685280980
भोपाल– आदमपुर छावनी गांव की सरपंच शकुन नेम नारायण अहिरवार ने सचिव और सहायक सचिव पर पंचायत के विकास कार्यो में फर्जीबाड़े के गंभीर आरोप लगाए हैं। सरपंच ने खुद अपनी पंचायत में चल रहे फर्जीवाड़े की शिकायत कलेक्टर और ज़िला पंचायत सीईओ से की शिकायत की है लेकिन शिकायत के 2 दिन बाद भी जिला पंचायत द्वारा टाल मटोली की जा रही है और ठीक ढंग से जांच नहीं कि जा रही है।
सरपंच ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह पढ़ी लिखी नहीं है जिसका फायदा उठाकर सचिव और सहायक सचिव ने भारी भ्रष्टाचार किया है पंचायत में सामुदायिक तालाब बनाने की राशि बिना तालाब बनाए ही निकाल ली है जबकि तालाब बना ही नहीं है, इसके अलावा मनरेगा से सुदूर सड़क, सोख़्ता गड्ढा निर्माण, और सीसी सड़क निर्माण में भी सचिव ने काम किये बिना ही फर्जी मजदूर बनाकर उनके खातों से राशि निकालकर 15 लाख से अधिक का भ्रष्टाचार किया है। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रो में मजदूरों को रोजगार देने के लिए मनरेगा योजना से काम करने के निर्देश दिये है लेकिन पंचायत में मशीनों से काम करवाकर फर्जी मजदूरों के द्वारा पैसे निकाले जा रहे है जो कि गांव के जरूरत मंद मजदूरों के अधिकारों के हनन के साथ धोखा भी है।
ज़िला पंचायत सीईओ ने ज़िला पंचायत अधिकारी अमित सक्सेना के नेतृत्व में पंचायत के विकास कार्य में हुए फर्जीबाड़े की जांच के लिए टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन टीम गठित करने और जिला पंचायत की मंशा पर सवाल उठ रहे है। क्योंकि गठित की गई टीम 3 दिन बाद उन कार्यों की जांच करेगी जो अभी तक नहीं हुए हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि अधूरे कार्यों को करने के लिए समय दिया गया है और जांच का ढकोसला कर लिपापोती की कोशिश की जा रही है। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी क्या वाकई में निष्पक्ष जांच करते हैं या जांच के नाम पर एक और भ्रष्टाचार को दबा दिया जाएगा।