भोपाल– सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के सानिध्य में महाराष्ट्र के 54वें तीन दिवसीय प्रादेशिक निरंकारी संत समागम का भव्य शुभारंभ हर्षोल्लास के साथ आज 26 फरवरी 2021 को सम्पूर्ण अवतार बाणी अथवा सम्पूर्ण हरदेव बाणी के पावन शब्दो द्वारा होगा।
समागम का सीधा प्रसारण वर्चुअल माध्यम द्वारा साय 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक निरंकारी मिशन की वेबसाइट एवं संस्कार टी.वी चैनल पर प्रसारित किया जाएगा। जिसका आनंद विश्वभर में घर बैठे सभी श्रद्धालु भक्त एवं प्रभु प्रेमीजन ले पायेगे। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सतगुरु के पावन दर्शनों के अतिरिक्त भक्ति संगीत एवं व्याख्यानों के माध्यम द्वारा संतों के ओजस्वी एवं प्रेरणादायक वचनो को श्रवण कर सकेगे। इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण समागम की व्यवस्था वर्चुअल रुप में इस प्रकार से की गई है ताकि भक्तो को ऐसी अनुभूति हो जैसे प्रत्येक वर्ष खुले प्रागंण मेे आयोजित समागम के पंडाल में होती थी।
इस वर्ष समागम का मुख्य विषय स्थिरता है। मानवीयता से युक्त सहज, सरल एवं सुंदर जीवन जीने के लिए इसके प्रत्येक पहलू में स्थिरता की आवश्यकता होती है। यह स्थिरता क्या है? इसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है तथा इसका मानवमात्र से क्या संबंध है? इन सभी तथ्यों पर समागम के तीनो दिन अलग अलग विधाओं से चर्चा की जावेगी। प्रत्येक दिवस के कार्यक्रम का समापन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन प्रवचनों द्वारा होगा।
प्रत्येक वर्ष समागम का आरंभ महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रो के साथ साथ देश के अन्य प्रांतो की लोक संस्कृतियों की झलकियाॅंे के साथ, रंगारंग शोभा यात्रा द्वारा होता आया है। परंतु इस वर्ष समागम में मराठी भाषा एवं महाराष्ट्र की विभिन्न बोलियों के अतिरिक्त देश की विभिन्न भाषाओं में प्रस्तुत हो रही भक्ति रचनाएं, भजन एवं विचारों में अनेकता में एकता का यह अनूठा स्वरुप देखने को मिलेगा जिससे सभी भक्तों को सदभाव एवं एकत्व की प्रेरणा मिलेगी।