सुरेन्द्र सिंह ठाकुर 9685280980
बैरागढ़– बैरागढ़ में जहां एक और रहवासी सड़कों पर बह रही गंदगी से परेशान हैं तो वहीं शहर के कुछ रसूखदारों ने न सिर्फ नालों पर कब्जा कर मकान और दुकानें बना ली हैं वल्कि अब उन दुकानों को करोड़ों रुपये के दाम में बेच भी रहे हैं और नगर निगम निगम आंख मूंदे बैठा हुआ है। शहर में नालों की सफाई इस लिए नहीं हो पा रही है क्योंकि जहां पहले बड़े बड़े नाले थे वहां पर निर्माण हो चुके हैं और 20 फिट से अधिक चौड़े नालों को न सिर्फ 2 फिट की नालियों में बदल दिया गया है बल्कि उस पर पक्के निर्माण कर उसे भी अंडर ग्राउंड करके भूमिगत कर दिया गया है इस सब मे उन अधिकारियों और कर्मचारियों की भी भूमिका संदिग्ध हैं जो सालों से शहर की सफाई और नालों की जिम्मेदारी लेकर स्वछता का प्रभार तो लिए हुए हैं लेकिन फिर भी आंख मूंदे बैठे हुए हैं और सब कुछ होते हुए देख रहे हैं।
सालों से जमे अधिकारी बस खाना पूर्ति के लिए नोटिस देकर अपनी जिम्मेदारी निभा लेते हैं और बादमे सांठगांठ कर मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। हाल ही में बैरागढ़ सब्जी मंडी के आसपास सीहोर नाका क्षेत्र में कुछ लोगों को नोटिस दिए गए हैं लेकिन नोटिस दिए 5 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कि गयी अब निगम कर्मचारी रसूखदारों से लेनदेन कर मामले को दबाने की फिराक में हैं। यहां एक रसूखदार ने मुख्य मार्ग पर न सिर्फ सरकारी नाले पर कब्जा किया हुआ है बल्कि उसे करोड़ों के दाम में बेचने की फिराक में हैं रसूखदार ने हाल ही में फर्जी रजिस्ट्री पर सीहोर नाके पर सरकारी जमीन पर बनी 2 दुकानें एक होटल मालिक को 36 लाख रु में बेची है। जिन निगम कर्मियों पर शहर को स्वच्छ बनाने का जिम्मा है उन्ही की सांठगांठ से शहर की स्वच्छता से खिलवाड़ किया जा रहा है।